रिम झिम ये सावन
फिर बरसात ले आया है
मौसम मोहब्बतों का
खुद चल के आया है
सारे शहर में सिर्फ
हमको भिगाया है
रिम झिम ये सावन
फिर बरसात ले आया है
हो आ…
हो आ…
पहली मोहब्बत है
और पहली ये बारिश है
भर लो बाहों में
आसमां की नवाजिश है
कितना खुश है
देखो ना ये आसमां
है खुशनसीबी मेरी
सारे जमाने में
जो हमसफ़र तूने
मुझे बनाया है
रिम झिम ये सावन
फिर बरसात ले आया है
राहें अब सारी जाके
तुझसे मिल जाती हैं
हसते हसते आंखें से
बूंदे गिर जाती हैं
तू जो आया बदली मौसम की हवा
जितना बेचैनी में था
पहले ये सफर मेरा
उतना सुकून मैंने
तुझमें अब पाया है
रिम झिम ये सावन
फिर बरसात ले आया है
रिम झिम ये सावन
फिर बरसात ले आया है
मौसम मोहब्बतों का
खुद चल के आया है
सारे शहर में सिर्फ
हमको भाग्य है
रिम झिम ये सावन
फिर बरसात ले आया है
हो आ… हो आ…